
1. कैमरा को सही तरीके से पकड़ें
– कैमरे को दोनों हाथों से संभालें। बाईं हथेली लेंस के नीचे होनी चाहिए और दाहिने हाथ से शटर दबाएँ। यह कैमरा शेक रोकता है और तस्वीरें तेज बनी रहती हैं ।
– व्यूफ़ाइंडर का इस्तेमाल करके कैमरा को चेहरे के पास लाएं – इससे स्टैबिलिटी बढ़ती है ।
2. एक्सपोज़र ट्रायंगल समझें – Aperture, Shutter Speed, ISO
- कम f‑value (जैसे f/1.8–f/4) → बैकग्राउंड ब्लर (Bokeh), सिंगल सब्जेक्ट के लिए बेहतर।
- अधिक f‑value (जैसे f/8–f/16) → लैंडस्केप या ग्रुप फोटो में स्पष्टता बनाए रखता है
- तेज शटर (1/500s या तेज) → मूविंग सब्जेक्ट्स क्रिस्पी आने में मदद करता है।
- धीमा शटर (1/30s से धीमा) → लंबे एक्सपोज़र, जैसे पानी में ब्लर, के लिए tripod जरूरी I
- दिन में ISO 100–200 चुनें ताकि कम noise हो।
- कम रोशनी में ISO बढ़ाएँ, लेकिन ध्यान रहे कि noise बढ़ सकता है
3. White Balance और RAW मोड
– सही रंग पाने के लिए व्हाइट बैलेंस चुनें: daylight, cloudy, tungsten आदि ।
– RAW में शूट करें — इससे पोस्ट‑प्रोसेसिंग में रंग और exposure को बगैर क्वालिटी घटाए एडजस्ट किया जा सकता है ।
4. Composition पर ध्यान दें
– Rule of Thirds: सब्जेक्ट को फेम के बीच न रखें, बल्कि 9‑ग्रिड के क्रॉस-पॉइंट्स पर रखें ।
– Leading Lines, Framing: रास्ते, खिड़कियाँ आदि का इस्तेमाल करें ताकी फोकस शहर हो।
– एंगल बदलें: घुटनों पर बैठें, नीचे से ऊपर की ओर शूट करें — नया दृष्टिकोण मिलेगा ।
5. Autofocus & Focusing Points
– सिंगल फोकस पॉइंट सेट करें ताकि आपका subject साफ रहे ।
– मूविंग सब्जेक्ट के लिए Continuous AF‑C/AI‑Servo मोड में रखें
6. लाइटिंग का जादू
– गोल्डन आवर (सूर्योदय/सूर्यास्त) में प्राकृतिक, सॉफ्ट लाइट मिलती है ।
– इनडोर शॉट्स में खिड़की लाइट या diffuser का इस्तेमाल करें ।
7. ट्रायपॉड का लाभ
– धीमी shutter speed पर हाथ से फोटोग्राफी में ब्लर हो सकता है। ट्रायपॉड लगाकर इसे रोका जा सकता है ।
– लेकिन ट्रायपॉड न हो तो किसी स्टेबल सतह जैसे टेबल या दीवार का उपयोग करें ।
8. अभ्यास, अध्ययन और फीडबैक
– हर दिन शूट करें — अभ्यास से कला निखरती है ।
– दूसरों की फोटोज देखें, सीखें और प्रेरित हों ।
– experienced फोटोग्राफर से सलाह लें — फीडबैक से सुधार होता है ।
🔍 निष्कर्ष
DSLR से बेहतरीन फोटो के लिए ज़रूरी है:
- सही ग्रिप और स्टेबिलिटी
- एक्सपोजर ट्रायंगल (Aperture‑Shutter‑ISO) का संतुलन
- RAW मोड, white balance, और composition ज्ञान
- जलवायु के अनुसार लाइटिंग
- लगातार अभ्यास, फीडबैक और प्रयोग
इन तकनीकों का नियमित अभ्यास करें